It is good when we feel that we have gotten more than what we are worthy of. This makes us more humble. It takes away demand from our head because demand destroys love.- by Sri Sri Ravishankar
VISHAL JAISWAL
Hello...
Wednesday, February 13, 2013
Tuesday, August 14, 2012
वो चली गई.
प्यार...
कभी महसूस किया है.....? अपने को खो कर सबकुछ पाने का अहसास ?
यह सिर्फ एक कहानी नहीं बल्कि ज़िंदग़ी की वो सच्चाई है जिसे जानते हुए भी हम अनजान बने
रहते हैं।
आखिर क्यों मिलने से पहले जो प्यार ज़िंदग़ी के लिए ज़रूरत लगता है मिलने के बाद वही प्यार
उसी ज़िंदग़ी के लिए घुटन बन जाता है.. आखिर क्यों... कभी-कभी हकीकत और सपनों के बीच
की दूरी का अहसास ही नहीं होता.. क्यों प्यार सिर्फ प्यार ना रह क
कुछ ऐसे ही सवालों को खड़ा करती और उनके जवाब ढूंढती वीरेन, मानसी और उसकी परी की ये
वो चली गई.
जिसका रास्ता मेरी गली से हो कर नही गुजरता।
और आज- मैं अपनी तन्हाई मे,
इस कदर खो गया हूं
सांसें तो चल रही हैं,
पर मुर्दा हो गया हूं.....
कभी महसूस किया है.....? अपने को खो कर सबकुछ पाने का अहसास ?
यह सिर्फ एक कहानी नहीं बल्कि ज़िंदग़ी की वो सच्चाई है जिसे जानते हुए भी हम अनजान बने
रहते हैं।
आखिर क्यों मिलने से पहले जो प्यार ज़िंदग़ी के लिए ज़रूरत लगता है मिलने के बाद वही प्यार
उसी ज़िंदग़ी के लिए घुटन बन जाता है.. आखिर क्यों... कभी-कभी हकीकत और सपनों के बीच
की दूरी का अहसास ही नहीं होता.. क्यों प्यार सिर्फ प्यार ना रह क
र पागलपन बन जाता है... और फिर यही पागलपन ज़िंदग़ी के लिए ऐसी सज़ा जहां ना तो ज़ख़्मों
की गिनती हो सकती है और ना ही दर्द का हिसाब।
कुछ ऐसे ही सवालों को खड़ा करती और उनके जवाब ढूंढती वीरेन, मानसी और उसकी परी की ये
प्रेम-कहानी जिसमें प्यार की नरमी का अहसास भी है और बेवफाई के कांटों से छलनी होने का दर्द
भी... दोस्ती की राह पर प्यार और प्यार की राह पर दोस्ती की कशमकश को सुलझाने की
कोशिश में कैसे वीरेन मोम से पत्थर बन गया..... और क्यों उसके पास कहने के लिए सिर्फ इतना
ही बचा..
वो चली गई.
.....
एक ऐसे सफर पर
एक ऐसे सफर पर
जिसका रास्ता मेरी गली से हो कर नही गुजरता।
और आज- मैं अपनी तन्हाई मे,
इस कदर खो गया हूं
सांसें तो चल रही हैं,
पर मुर्दा हो गया हूं.....
Thursday, February 23, 2012
ऐ मेरे वतन् के लोगो !!::::कवि प्रदीप
ऐ मेरे वतन् के लोगो! तुम खूब लगा लो नारा !
ये शुभदिन है हम सबका! लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर! वीरों ने है प्राण गँवाए!
कुछ याद उन्हें भी कर लो -२! जो लौट के घर न आए -२
ऐ मेरे वतन के लोगो! ज़रा आँख में भरलो पानी!
जो शहीद हुए हैं उनकी! ज़रा याद करो क़ुरबानी |प|
जब देश में थी दीवाली! वो खेल रहे थे होली!
जब हम बैठे थे घरों में! वो झेल रहे थे गोली
संगीन पे धर कर माथा! सो गये अमर बलिदानी!
जो शहीद हुए हैं उनकी! ज़रा याद करो क़ुरबानी |१|
जब घायल हुआ हिमालय! खतरे में पड़ी आज़ादी!
जब तक थी साँस लड़े वो! फिर अपनी लाश बिछादी
जो ख़ून गिरा पर्वत पर! वो ख़ून था हिंदुस्तानी!
जो शहीद हुए हैं उनकी! ज़रा याद करो क़ुरबानी |२|
कोई सिख कोई जाट मराठा -२! कोई गुरखा कोई मदरासी -२!
सरहद पे मरनेवाला! हर वीर था भारतवासी
थे धन्य जवान वो अपने! थी धन्य वो उनकी जवानी!
जो शहीद हुए हैं उनकी! ज़रा याद करो क़ुरबानी |३|
थी खून से लथपथ काया! फिर भी बन्दूक उठाके!
दस-दस को एक ने मारा! फिर गिर गये होश गँवा के
जब अन्त समय आया तो! कह गये के अब मरते हैं!
ख़ुश रहना देश के प्यारो -२! अब हम तो सफ़र करते हैं -२
क्या लोग थे वो दीवाने! क्या लोग थे वो अभिमानी!
जो शहीद हुए हैं उनकी! ज़रा याद करो क़ुरबानी |४|
तुम भूल न जाओ उनको! इसलिये कही ये कहानी!
जो शहीद हुए हैं उनकी! ज़रा याद करो क़ुरबानी
जय हिन्द। जय हिन्द की सेना -२!
जय हिन्द, जय हिन्द, जय हिन्द||
Tuesday, January 31, 2012
LOVE NEVER DIES
A man in Thailand Married a dead girlfriend to fulfill his
promise of love.
29-year old Sarinya Kamsook and her 28-year-old boyfriend,
Chadil Deffy, were to be married this year. Sarinya Kamsook
unfortunately died in a car crash, just day before the big
event, Deffy decided to go on with their wedding as planned
and married her.
Sarinya was involved in a car crash, leaving her severely
injured. She still could have been saved with timely medical
attention. However, the doctors made her wait for 6 hours
due to an overcrowded ICU instead of transferring her to
another hospital. During this time, she succumbed to her
injuries and passed away.
During her funeral in Surin, Thailand, Chadil Duffy placed a
ring on his deceased bride’s finger. It thus turned out a
wedding/funeral ceremony, one of the rare events in the
world.
Till death do us apart...
Saturday, January 28, 2012
एक भारतीय सियाचिन सैनिक का अपनी मरी हुई माँ को लिखा हुआ खत-
प्रणाम माँ,
माँ बचपन में मैं जब भी रोते रोते सो जाया करता था तो तू चुपके से मेरे
सिरहाने खिलोने रख दिया करती थी और कहती थी की ऊपर से एक परी ने आके रखा
है और कह गई है की अगर मैं फिर कभी रोया तो और खिलोने नहीं देगी !
लेकिन इस मरते हुए देश का सैनिक बनके रो तो मैं आज भी रहा हूँ पर अब ना तू आती
है और ना तेरी परी ! परी क्या .. यहाँ ढाई हजार मीटर ऊपर तो परिंदा भी
नहीं मिलता !
मात्र 14 हज़ार रुपए के लिए मुझे कड़े अनुशासन में रखा जाता है, लेकिन वो
अनुशासन ना इन भ्रष्ट नेताओं के लिए है और ना इन मनमौजी देशवासियों के
लिए !
रात भर जगते तो हम भी हैं लेकिन अपनी देश की सुरक्षा के लिए लेकिन वो
जगते हैं लेट नाईट पार्टी के लिए !
हम इस -12 डिग्री में आग जला के अपने आप को गरम करते हैं . लेकिन हमारे
देश के नेता हमारे ही पोशाकों, कवच, बन्दूकों, गोलियों और जहाजों में
घोटाले करके अपनी जेबे गरम करते हैं !
आतंकियों से मुठभेड़ में मरे हुए सैनिकों की संख्या को न्यूज़ चैनल में नहीं
दिखाया जाता लेकिन सचिन के शतक से पहले आउट हो जाने को देश के राष्ट्रिय
शोक की तरह दिखाया जाता है !
हर चार-पाँच सालों ने हमें एक जगह से दूसरी जगह उठा के फेंक दिया जाता है
लेकिन यह नेता लाख चोरी करलें बार बार उसी विधानसभा - संसद में पहुंचा
दिए जाते हैं !
मैं किसी आतंकी को मार दूँ तो पूरी राजनितिक पार्टियां वोट के लिए उसे
बेकसूर बना के मुझे कसूरवार बनाने में लग जाती हैं लेकिन वो आये दिन अपने
अपने भ्रष्टाचारो से देश को आये दिन मारते हैं, कितने ही लोग भूखे मरते
हैं, कितने ही किसान आत्महत्या करते हैं, कितने ही बच्चे कुपोषण का शिकार
होते हैं. लेकिन उसके लिए इन नेताओं को जिम्मेवार नहीं ठहराया जाता !
नीचे अल्पसंख्यको के नाम पर आरक्षण बाँटा जा रहा है लेकिन आज तक मरे हुए
शहीद सैनिकों की संख्या के आधार पर कभी किसी वर्ग को आरक्षण नहीं दिया
गया.
मैं दुखी हूँ इस मरे हुए संवेदनहीन देश का सैनिक बनके ! यह हमें केवल याद
करते हैं 26 जनवरी को और 15 अगस्त को ! बाकी दिन तो इनको शाहरुख़, सलमान,
सचिन, युवराज की फ़िक्र रहती है !
हमारी हालत ठीक वैसे ही उस पागल किसान की तरह है जो अपने मरे हुए बेल पर
भी कम्बल डाल के खुद ठंड में ठिठुरता रहता है !
मैंने गलती की इस देश का रक्षक बनके !
तू भगवान् के ज्यादा करीब है तो उनसे कह देना की अगले जन्म में मुझे अगर
इस देश में पैदा करे तो सेनिक ना बनाए और अगर सैनिक बनाए तो इस देश में
पैदा ना करे !
यहाँ केवल परिवार वाद चलता है, अभिनेता का बेटा जबरदस्ती अभिनेता बनता है
और नेता का बेटा जबरदस्ती नेता !
प्रणाम-
लखन सिंह (मरे हुए देश का जिन्दा सेनिक) !
भारतीय सैनिक सियाचिन .
Wednesday, November 23, 2011
Thursday, October 27, 2011
'' I will never forget you ''
When I m Dead,
Ur Tears May Flow,
But I Wont Know,
Cry 4 Me Now, Instead..
When I m Dead,
U ll Send Flowers,
But I Wont See,
Send them Now, Instead..
When I M Dead,
U ll Say Words Of Praise,But I Wont Hear,
Praise Me Now, Instead..
When I M Dead,
U ll 4get My Faults,
But I Wont Know,
4get them Now, INSTEAD…!
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